sidh kunjika Fundamentals Explained
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः
मां भगवती के इस पाठ को करने की विधि है उसका पालन जरूर करें. आइए जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंडबिहारहरियाणाराजस्थानमहाराष्ट्रगुजरातमध्य प्रदेशझारखंडछत्तीसगढ़दिल्ली एनसीआरपंजाब
Salutations for the Goddess that has the form of root chants Who with the chant “Intention” has the shape on the creator Who because of the chant “Hreem” has the shape of 1 who can take treatment of all the things And who by the check here chant “Kleem” has the form of passion
इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने का तरीका?
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा।।
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्।